कोरोना: क्या भारतीय वैक्सीन निर्माता सबकी मांग पूरी कर पाएंगे

Bbc

कोरोना: क्या भारतीय वैक्सीन निर्माता सबकी मांग पूरी कर पाएंगे"


Play all audios:

Loading...

कोरोना: क्या भारतीय वैक्सीन निर्माता सबकी मांग पूरी कर पाएंगे इमेज स्रोत, EPA/DIVYAKANT SOLANKI


....मेंAuthor, रियलिटी चेक टीम पदनाम, बीबीसी न्यूज़11 जनवरी 2021 भारत दुनियाभर में बनने वाली 60 प्रतिशित वैक्सीन का उत्पादन करता है, लेकिन अमरीका के बाद कोविड-19 के सबसे ज़्यादा मामले भी इसी


देश में आए हैं.


भारत को न सिर्फ अपने लोगों का टीकाकरण करना है बल्कि दुनिया के दूसरे देशों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी निभानी है. क्या भारत इस मांग को पूरा कर सकता है?


भारत कितनी वैक्सीन का उत्पादन कर सकता है? भारत में अभी दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है - कोविशील्ड जो ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका बना रहा है और दूसरी है कोवैक्सीन.


कुछ दूसरी वैक्सीन जिनका अभी ट्रायल चल रहा है, उनका भी भारत में उत्पादन हो रहा है.


विज्ञापन भारत की दवा कंपनियों ने हाल के महीनों में उत्पादन में तेज़ी लाई है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया, जो कि सबसे बड़ा उत्पादक हैं, उनके मुताबिक अभी वो हर महीने 6 करोड़ से 7 करोड़ वैक्सीन


का उत्पादन कर सकते हैं.


छोड़कर सबसे अधिक पढ़ी गईं आगे बढ़ेंसबसे अधिक पढ़ी गईं'मुझे बंदूक की नोक पर भारत की सीमा पार कराकर बांग्लादेश में धकेल दिया गया'डेटिंग एप टिंडर के इस नए फ़ीचर की इतनी चर्चा क्यों हो रही


है?इसराइल से आख़िरी दम तक लड़ने वाले सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति हाफ़िज़ अल-असद की कहानीकेरल: 15 साल के छात्र की मौत का मामला बना 'पहेली', पूरे राज्य में चर्चा क्यों है? समाप्त


भारत बायोटेक के मुताबिक वो साल में 20 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन कर सकते हैं, हालांकि फिलहाल उनके पास कोवैक्सीन के सिर्फ 2 करोड़ डोज़ मौजूद हैं.


दूसरी कंपनियां जिनके वैक्सीन का अभी ट्रायल हो रहा है, वो भी भारत के अधिकारियों और दूसरे देशों से बात कर रहे हैं, ताकि वैक्सीन के तैयार होने पर सप्लाई की जा सके. हालांकि इनसे जुड़ी बहुत


जानकारियां मौजूद नहीं हैं.


इमेज स्रोत, Getty Images


भारत की अपनी ज़रूरत कितनी है? भारत सरकार ने कहा है कि वो 30 करोड़ लोगों को जुलाई के अंत तक टीका देगी. वैक्सीनेशन प्रोग्राम 16 जनवरी से शुरू होगा और सबसे पहले फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर वर्कर्स


को वैक्सीन दी जाएगी. सात महीनों में 60 करोड़ लोगों के टीकाकरण की योजना है, यानी हर महीने लगभग 8.5 करोड़ डोज़.


विश्व में भारत की क्या भूमिका होगी? सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा समर्थित कोवैक्स स्कीम का हिस्सा है. इसका मकसद मिडिल इनकम वाले देशों को वैक्सीन उपल्ब्ध करवाना है.


पिछले साल सितंबर में सीरम इंस्टीट्यूट ने इस स्कीम के तहत 20 करोड़ डोज़ उपलब्ध करवाने की बात कही थी - ये ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की वैक्सीन या फिर अमेरिका की नोवैक्स के डोज़ हो सकते हैं.


सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चीफ़ एग्ज़ेक्यूटिव अदार पूनावाला ने बीबीसी को बताया कि ये एग्रीमेंट बढ़ाकर 90 करोड़ डोज़ का किया जा सकता है.


अगर ऐसा हुआ तो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की प्रतिबद्धता 1 अरब डोज़ की हो जाएगी.


बीबीसी से बात करते हुए कंपनी ने बताया कि उनकी कोशिश है कि प्रोडक्शन बढ़ाकर 1 करोड़ डोज़ प्रतिमाह किया जाए.


कोवैक्स स्कीम के अलावा, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कई देशों के साथ द्विपक्षीय वाणिज्यिक सौदे किए हैं.


पूनावाला ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि टीके के लिए इस शर्त पर मंजूरी दी गई थी कि इन्हें निर्यात नहीं किया जाएगा, लेकिन उनके मुताबिक ये एक भ्रम था.


इमेज स्रोत, EPA


बांग्लादेश द्वारा चिंता ज़ाहिर करने के बाद भारत सरकार ने बाद में स्पष्ट किया कि निर्यात की अनुमति दी जाएगी, बांग्लादेश के साथ 3 करोड़ प्रारंभिक खुराक प्राप्त करने का सौदा है.


विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि भारत, " दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता के रूप में पड़ोसियों और दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं के बारे में पूरी तरह


से सचेत हैं."


इसके अलावा कंपनी ने सऊदी अरब, म्यांमार और मोरोक्को से भी डील कर रखी है. हालांकि उन्हें कितनी वैक्सीन, कब तक चाहिए, ये अभी तक साफ़ नहीं है.


ऐसी ख़बरे हैं कि नेपाल, ब्राज़ील और श्रीलंका भी भारत में बनी वैक्सीन में रुचि दिखा सकते हैं. लेकिन पूनावाला ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता घरेलू मांग को पूरा करने की होगी.


"एक बार जब हम प्रारंभिक आवश्यकताओं को पूरा लें, फिर हम जल्द ही इसे अन्य देशों में निर्यात करना शुरू कर देंगे. "


वैश्विक वैक्सीन गठबंधन गावी के प्रवक्ता, जो कोवैक्स योजना को चलाने में मदद कर रहे हैं, ने बीबीसी को बताया कि वो भारतीय अधिकारियों और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया, दोनों के साथ नियमित संपर्क


में हैं.


उन्होंने कहा कि वो "आश्वस्त" हैं कि कोवैक्स के लिए प्रतिबद्धता में कोई देरी नहीं होगी.


प्लेबैक आपके उपकरण पर नहीं हो पा रहावीडियो कैप्शन, भारत में आम लोगों तक कैसे पहुंचेगी कोरोना वैक्सीन? वायरोलॉजिस्ट डॉ. शाहीद जमील बताते हैं कि कोवैक्स योजना एक अंतरराष्ट्रीय दायित्व है, यदि


भारतीय कंपनियां अन्य देशों के साथ पहले से सहमत द्विपक्षीय सौदों पर रोक लगाती हैं तो यह भी अच्छा नहीं होगा.


उन्होंने कहा कि वर्तमान उपलब्धता के देखते हुए, "मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि भारत में वैक्सीन की कमी होगी"


उनके मुताबिक,"अड़चन यह होगी कि हम वास्तव में कितनी तेजी से लोगों को टीका लगाते हैं"


एक अन्य संभावित अड़चन कांच की शीशियों की उपलब्धता है जो टीकों के लिए उपयोग की जाती हैं. विश्व भर में ऐसी चिंताएँ हैं कि शीशियों की कमी हो सकती है.


हालांकि, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया के मुताबिक अभी तक उन्हें किसी ऐसी किसी चीज़ की कमी का सामना नहीं करना पड़ा है.


(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)


Trending News

सलमान खान पर फिदा हुईं ये हाॅलीवुड एक्ट्रेस अब गर्लफ्रेंड यूलिया का क्या होगा

[email protected] KANPUR: सलमान खान की फिल्म भारत का प्रमोशन शुरू हो गया है। 24 अप्रैल को फिल्म का ट्रेलर आने वाला है ...

Harshvardhan Kapoor shoots for high octane action sequence in 'Mirziya'

The film will have a night safari sequence, which will possibly set new standards to action in Bollywood...Rakeysh Ompra...

नई Maruti Alto पुराने मॉडल से कितनी है अलग, जानिए ये 5 खास बातें

New 2019 Maruti Alto vs Old Alto: देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने बीते दिनों अपनी लोकप्रिय कार अल्ट...

होली खेले मसाने में...जब गण के साथ श्मशान में होली खेलते हैं महादेव, अद्भुत होती है काशी की ‘चिता भस्म होली’

By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the proce...

Yuzvendra chahal net worth: युजवेंद्र चहल की नेट वर्थ, लग्जरी कार कलेक्शन के साथ उनके पास है करोड़ों का घर

YUZVENDRA CHAHAL NET WORTH: भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल का नाम इस वक्त चर्चा में बना हुआ है. इसकी वजह है उनका तलाक. ले...

Latests News

कोरोना: क्या भारतीय वैक्सीन निर्माता सबकी मांग पूरी कर पाएंगे

कोरोना: क्या भारतीय वैक्सीन निर्माता सबकी मांग पूरी कर पाएंगे इमेज स्रोत, EPA/DIVYAKANT SOLANKI....मेंAuthor, रियलिटी चे...

सलमान खान पर फिदा हुईं ये हाॅलीवुड एक्ट्रेस अब गर्लफ्रेंड यूलिया का क्या होगा

[email protected] KANPUR: सलमान खान की फिल्म भारत का प्रमोशन शुरू हो गया है। 24 अप्रैल को फिल्म का ट्रेलर आने वाला है ...

Server down: आयकर विभाग का सर्वर डाउन, पांच फीसद करदाताओं का नहीं हो पाया रिटर्न जमा

SERVER DOWN: सीए एसोसिएशन व व्यापारिक संघों ने आयकर विभाग से रिटर्न जमा करने के लिए पांच दिनों का अतिरिक्त समय मांगा। By...

ये ब्रिज हैं अपने आप में अनोखे

गेटशेड मिलेनियम ब्रिज-विलकिन्सन आइरे द्वारा निर्मित गेटशेड मिलेनियम ब्रिज इंग्लैंड की टाइन नदी के ऊपर बना हुआ है। यह गेट...

संबंध बना लो, प्रोफेसर बना दूंगा; पूर्व छात्रा ने गोपनीय लेटर में खोले कॉलेज टीचर के राज

Hindi NewsUP Newsmake a relationship with me i will make you a professor former girl student reveals secrets of college ...

Top